पुणे : भारत के प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर, गोदरेज प्रॉपर्टीज लिमिटेड ने कलेक्टिव ऑफ रियल एस्टेट वूमेन (सी.आर.ई.डब्ल्यू) के लिए पुणे चैप्टर का शुभारंभ किया। इस राष्ट्रव्यापी पहल का उद्देश्य रियल एस्टेट, निर्माण और संबद्ध क्षेत्रों में महिला पेशेवरों को सशक्त बनाना है।गोदरेज प्रॉपर्टीज हमेशा विविधता और समावेशन में सबसे आगे रही है, जिसमें महिलाओं, LGBTQ और PWD कर्मचारियों का 31% प्रतिनिधित्व है। वित्त वर्ष 2024 के दौरान पुणे में 32% महिलाओं का प्रतिनिधित्व देखा गया है। इस कार्यक्रम के प्रमुख घटकों में से एक प्रोजेक्ट वूल्फ, जो एक आंतरिक अध्ययन है, जिसमें 500 से अधिक महिलाओं को शामिल किया गया था, जिसके तहत एट्रिशन और एंगेजमेंट डेटा का विश्लेषण किया गया। इसके तहत फंक्शनल और इमोशनल (कार्यात्मक और भावनात्मक) जरूरतों के आधार पर लक्षित समाधान विकसित किए गए। एक महत्वपूर्ण निष्कर्ष यह सामने आया कि वर्कप्लेस (कार्यस्थल) पर महिला कर्मचारियों की भावनात्मक ज़रूरतें उनकी कार्यात्मक ज़रूरतों से ज़्यादा हैं, जो एक सहायक और सहानुभूतिपूर्ण कार्य वातावरण बनाने के महत्व को दर्शाता है।
सी.आर.ई.डब्ल्यू को एक समग्र दृष्टिकोण के रूप में देखा गया है, जो मात्र आंकड़ों से परे जाकर महिलाओं की कार्यात्मक और भावनात्मक आवश्यकताओं को संबोधित करते हुए एक ऐसे पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने पर जोर देता है, जहां महिलाएं वास्तव में कामयाब हो सकें। यह पहल केवल गोदरेज प्रॉपर्टीज तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे एक राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में देखा जा रहा है, जो रियल एस्टेट सेक्टर मेंजेंडर डाइवर्सिटी को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित करेगा।गोदरेज प्रॉपर्टीज़ लिमिटेड की सीएचआरओ मेघा गोयल ने कहा, “इस फ़ोरम को लॉन्च करने के पीछे का उद्देश्य उन सभी कार्यों को सामने लाना है, जो हमने अब तक इस क्षेत्र में किया है और जहां हम पहुंचना चाहते हैं। हम अगले कुछ वर्षों में सी.आर.ई.डब्ल्यू को रियल एस्टेट क्षेत्र में सभी महिलाओं के एक संपन्न समूह के रूप में विकसित करने की उम्मीद रखते हैं, खासकर निर्माण क्षेत्र में, जो आमतौर पर महिलाओं के लिए सबसे आकर्षक क्षेत्र नहीं माना जाता है। हमारे आंतरिक अध्ययन ‘प्रोजेक्ट वूल्फ’ में उपलब्ध जानकारियां व अंतर्दृष्टि एक सहायक और सहानुभूतिपूर्ण कार्य वातावरण बनाने के महत्व को उजागर करती हैं, जिसके तहत हमें महिलाओं के प्रतिनिधित्व और समावेशन के लिए डेटा-आधारित अंतर्दृष्टि बनाने में मदद मिली है।”
लॉन्च कार्यक्रम में इन्फ्लूएन्शल लीडर्स (प्रभावशाली नेताओं) और पेशेवरों की मौजूदगी रही। यह इस उद्योग में लैंगिक विविधता और समावेशन को आगे बढ़ाने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। इसमें पैनल चर्चा, इंटरैक्टिव कार्यशालाएं और नेटवर्किंग के अवसर उपलब्ध कराना शामिल था। “रियल एस्टेट में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ाने के अवसरों को समझना” शीर्षक वाली इस पैनल चर्चा में एनआईसीएमएआर विश्वविद्यालय, पुणे की कुलपति डॉ. सुषमा कुलकर्णी, संभव फाउंडेशन की मुख्य प्रभाव अधिकारी सुश्री गायत्री वासुदेवन, नीना परसेप्ट प्राइवेट लिमिटेड की सीईओ सुश्री हेमा मालिनी उप्पूर और गोदरेज प्रॉपर्टीज की क्षेत्र प्रमुख सुश्री अकिला जयरामन शामिल थीं। उन्होंने समावेशी कार्यस्थलों को बढ़ावा देने, रूढ़ियों को चुनौती देने और रियल एस्टेट में महिलाओं के लिए मेंटरशिप और लक्षित शिक्षा को बढ़ावा देने की रणनीतियों पर अपने विचार को साझा किया।
सी.आर.ई.डब्ल्यू की गतिविधियां भारत के अद्वितीय सांस्कृतिक और व्यावसायिक संदर्भ के अनुरूप हैं, जो प्रासंगिकता और प्रभावशीलता के लिए लैंगिक मानदंडों और पूर्वाग्रहों को संबोधित करती हैं। यह प्लेटफ़ॉर्म लचीलेपन की नीतियों, कार्य-जीवन संतुलन और कैरियर विकास को बढ़ावा देता है, ताकि संस्कृति में बदलाव लाया जा सके और सभी स्तरों पर कर्मचारियों को शामिल किया जा सके। समावेशी कार्यस्थल के लिए गोदरेज प्रॉपर्टीज़ की प्रतिबद्धता सी.आर.ई.डब्ल्यू को आगे बढ़ाती है, साथ ही रचनात्मकता, नवाचार और व्यावसायिक प्रदर्शन को भी प्रोत्साहित करती है। सी.आर.ई.डब्ल्यू रियल एस्टेट में महिलाओं के कम प्रतिनिधित्व को संबोधित करता है, क्षेत्र के भीतर विकास और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए उनकी प्रतिभा का लाभ उठाता है, ऐसा वातावरण बनाता है जहां हर कोई समृद्ध हो सकता है